Budget 2024: क्या फ्यूचर & ऑप्शंस F&O ट्रेडर को देना पड़ सकता है 30% टैक्स। इस बात की पुष्टि हो सकती है बजट में

अब तक फ्यूचर & ऑप्शंस (F&O) ट्रेडिंग से की गयी कमाई पर इन्वेस्टर टैक्स स्लेव के अनुसार टैक्स लगता है। लेकिन अगर इस कमाई को लॉटरी इनकम में लाया गया तो ज़्यादा टैक्स देना होगा।

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फाइनेंसियल एक्सप्रेस के न्यूज़ में ये बताया गया है की फ्यूचर & ऑप्शंस( F&O) के ट्रेड से किये गए प्रॉफिट पर काफी ज़्यादा टैक्स लग सकता है। अगर यूनियन बजट में इससे फाइनल किया जाता है तो ट्रेडर को भारी भरकम टैक्स देना होगा। अभी Cryptocurrency में भी जितना टैक्स लगता है उतना ही होगा लगभग 30% ।

अभी तक टैक्स कैसे लगता है Budget 2024: क्या फ्यूचर & ऑप्शंस F&O

अभी तक शेयर मार्किट फ्यूचर & ऑप्शंस से कमाई पर 5 , 20 , 30 % के हिसाब से देना होता है। ये टैक्स इन्वेस्टर के स्लेव के हिसाब से लगता है। और F&O से हुए लॉस होता है तो उसको दूसरी बिज़नेस के गेन्स में एडजस्टमेंट किया जाता है। अब बात सर्कार के हाथों में है अगर TDS लागु होता है फ्यूचर & ऑप्शंस पर तो इन्वेस्टर्स को ट्रैक किया जायेगा या कर सकती है।

सरकार को इससे क्या फायदा होगा Budget 2024: क्या फ्यूचर & ऑप्शंस F&O

सरकार को इससे बहुत फायदा है पहला की सरकार अगर टैक्स बढाती है तो सर्कार की कमाई ज़्यादा होगी टैक्स से और दूसरा फायदा की रिटेल ट्रेडर थोड़े शायद कम होंगे।

टैक्स रूल में चेंज की वजह 2024 Budget 2024: क्या फ्यूचर & ऑप्शंस F&O

टैक्स सिस्टम में बदलाव से क्या होगा दरअसल बार ये भी है F&O ट्रेडर को भारी नुक्सान उठाना पड़ता है। हाल ही में नसे के द्वारा निकले गए रिपोर्ट में दस रिटेल ट्रेडर में नौ ट्रेडर लॉस में है। सरकार इस बात से भी काफी चिंतित है । शायद हो सकता है की ये टैक्स रेट न लागु हो। खैर टैक्स में चेंज लाने पर यूनियन बजट में एलान किया जा सकता है। मार्किट में जब फॉल आता है यानि मार्किट गिरता है तोह इन्वेस्टर्स का बड़ा नुक्सान होता है इस बात से एग्री करेंगे आप। पिछले कुछ सालो में फ्यूचर & ऑप्शन कई गुना बढ़ गया है।https://wealthkaro.com/

क्या हो सकता है नए नियम में बदलाव Budget 2024: क्या फ्यूचर & ऑप्शंस F&O

F&O टैक्स सिस्टम अगर लागू होता है तो जल्द होगा वैसे सरकार F&O के कमाई को क्रिप्टोकोर्रेंसी और लॉटरी मान सकती है इससे ज़्यादा हो सकता है अब की इसे बिज़नेस इनकम की जगह स्पेक्युलेटिवे इनकम मान सकती है। तो शायद टीडीएस भी जारी किया जा सकता है।

SEBI और NSE और रेगुलेटरी (Regulatory) का कहना है कई इन्वेस्टर्स और F&O ट्रेडर लोन्स लेकर ट्रेड करते है। रिटेल ट्रेडर बड़ा नुक्सान करा के बैठ जाते है जिसका उनका मेन्टल हेल्थ भी डैमेज होता है इसीलिए शायद सरकार ऐसा करने की सोच रही है। ज़्यादा मूवमेंट होता है F&O में जिसके करण लोग इसमें इंटरेस्टेड हो जाते है। इसमें लाखो के शेयर कुछ हज़ारो में मिल जाते है। जिससे बड़े आसानी से लोग कुछ पैसा लगाके ज़्यदा के लोभ में लोग अपना नुक्सान करवा लेते है। कुछ दिन पहले भी नसे के चीफ आशीष कुमार चौहान आगाह क्र चुके है की F&O की जगह Mutual Fund  में Healthy Returns  पर काम करे।

STT Charges भी चेंज होने की संभावना है। ऑप्शन ट्रेडर F&O अब डर रहे है की क्या टैक्स में कोई बढ़ोतरी होगी या नहीं अगर होती है तोह सही में 30 % होगी या अभी के लिए ये रद्द हो जाएगी।

अगर आप नहीं जानते है की पिछले साल हुए F&O future & options के लॉस को आप टीडीएस फाइल क्र सकते है। अगर आपको नहीं पता है तोह किसी अच्छे ITR Center पर जेक ITR File  करवा सकते है। इससे इस साल अगर आपको लॉस होता है तो टैक्स मैनेज किया जा सकता है।

स्टॉक्स STOCKS इन्वेस्ट एक डेन्ट प्रॉफिट हो सकता है।

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